छल छल करती सरिता में क्यों
छलका करुण प्रवाह?
निर्झर क्यों झर झर बिखराता
नयन नीर का वाह ?
लतिका के नत आनन पर क्यों ?
झलका अन्तर्दाह ?
तरु क्यूँ पत्र -अधर -कम्पन से
भरते नीरव आह ?
सांध्य गगन की मलिनाकृति से
क्यों प्रकटित अवसाद ?
श्यामल भूधर झींगुर रव मिष
क्यों करते दुःख नाद ?