Thursday, October 3, 2013

क्यों


छल छल करती सरिता में क्यों 
छलका करुण प्रवाह? 
निर्झर क्यों झर झर बिखराता
नयन नीर का वाह ?




लतिका के नत आनन पर क्यों ? 
झलका अन्तर्दाह ?
तरु क्यूँ पत्र -अधर -कम्पन से 
भरते नीरव आह ?




सांध्य गगन की मलिनाकृति से 
क्यों प्रकटित अवसाद ?
श्यामल भूधर झींगुर रव मिष
क्यों करते दुःख नाद ?