tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post9185667827059781593..comments2023-10-11T05:05:14.272-07:00Comments on युग दृष्टि: बधशाला-3ashishhttp://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-68229571072195889822013-03-17T08:25:03.310-07:002013-03-17T08:25:03.310-07:00हर चार कदम पर किसी नयी ज्वाला से निकला हुआ अंगारा ...हर चार कदम पर किसी नयी ज्वाला से निकला हुआ अंगारा ... नया इतिहास ...अलग अध्याय ... :)<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14690927064104317592noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-26723994171198892212013-02-12T01:45:34.015-08:002013-02-12T01:45:34.015-08:00बधशाला तो खंड-काव्य बनने की ओर अग्रसर है. बहुत ही ...बधशाला तो खंड-काव्य बनने की ओर अग्रसर है. बहुत ही प्रभावोत्पादक रचना. आशीष जी के अपनी रचनाओं को प्रकाशित न करवाने और मीडिया से दूरी बना कर रहने के विचारों से मैं पूर्णतः असहमत हूँ. जो इंटरनेट सेवी नहीं और आज भी छपा हुआ ही पढ़ते हैं, क्या उन्हें इस सौन्दर्य के आस्वादन का अधिकार नहीं?Divine Anandhttps://www.blogger.com/profile/01562036188013115809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-27631119120317361912013-02-01T01:49:37.578-08:002013-02-01T01:49:37.578-08:00अमृता जी की बात से सहमत .....शुभकामनायें ...लिखते ...अमृता जी की बात से सहमत .....शुभकामनायें ...लिखते जाएँ ।Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-82944715117180021832013-01-25T06:08:23.098-08:002013-01-25T06:08:23.098-08:00ये वधशाला चलते-चलते आज तक पहुंची तो मैं कल्पना भी ...ये वधशाला चलते-चलते आज तक पहुंची तो मैं कल्पना भी नहीं कर पा रही हूँ कि आप किसे और कितना समेटेंगे . ये तो आपके ही वश की बात होगी . एक उत्सुकता , प्रतीक्षा भी .Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-67926374266093829442013-01-25T03:12:25.131-08:002013-01-25T03:12:25.131-08:00उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...
उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...<br />प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-63453373896436319162013-01-24T21:30:41.951-08:002013-01-24T21:30:41.951-08:00ऐतिहासिक घटनाओं को कहती है तेरी यह वधशाला
लिख सकत...ऐतिहासिक घटनाओं को कहती है तेरी यह वधशाला <br />लिख सकता है ये सब केवल कोई मतवाला <br />वीर सेनानियों ने कैसे जीवन अपना होम कर डाला <br />पढ़ने को आकुल रहती हूँ हर दम तेरी वधशाला । <br /><br />:):):)संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-19088012397486295942013-01-22T00:05:16.076-08:002013-01-22T00:05:16.076-08:00कारतूस जब गाय सूअर की , चर्बी वाला दे डाला
भड़क उठ...कारतूस जब गाय सूअर की , चर्बी वाला दे डाला<br />भड़क उठे ! भारत के सैनिक , अरे विधर्मी कर डाला<br />मंगलपांडे नहीं सह सका , ह्युसन का संहार किया<br />फिर सत्तावन की ज्वाला , बन गई भयंकर बधशाला ...<br /><br />सभी छंद अनोखा रस लिए हैं ... जोशो-खरोश का निर्माण करते ... आज़ादी के दीवानों की यादें ताज़ा कराते ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-42825923008903310572013-01-21T04:59:35.856-08:002013-01-21T04:59:35.856-08:00बहुत खूब...बहुत खूब...देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-68711640844878367962013-01-19T22:36:26.925-08:002013-01-19T22:36:26.925-08:00बेहद उपयोगी, प्रभावशाली रचना ...बेहद उपयोगी, प्रभावशाली रचना ...Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-4925990699218364602013-01-17T09:09:17.590-08:002013-01-17T09:09:17.590-08:00प्रभावी...... बहुत पीड़ादायक रहा है यह सब......प्रभावी...... बहुत पीड़ादायक रहा है यह सब...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-90878662956002076952013-01-17T06:27:55.869-08:002013-01-17T06:27:55.869-08:00बहुत प्रभावी प्रस्तुति...बहुत प्रभावी प्रस्तुति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-64998727526442350972013-01-17T06:13:26.279-08:002013-01-17T06:13:26.279-08:00कितनी वधशालायें झेली,
इन दंशों की अग्नि विषैली।कितनी वधशालायें झेली,<br />इन दंशों की अग्नि विषैली।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-47981053434824347012013-01-17T04:43:34.674-08:002013-01-17T04:43:34.674-08:00अब हम कुछ नहीं कहेंगे बस.अब हम कुछ नहीं कहेंगे बस.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-36040545739163755542013-01-17T04:35:09.334-08:002013-01-17T04:35:09.334-08:00बहुत ही बढ़िया....
ज्ञान,कथा, कहानी ,कविता सबका रस ...बहुत ही बढ़िया....<br />ज्ञान,कथा, कहानी ,कविता सबका रस एक साथ... <br /><br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-1263605931516947452013-01-17T04:02:50.744-08:002013-01-17T04:02:50.744-08:00आजादी की गाथा,
बन गयी बधशाला
हर पंक्ति बेजोड़
ह...आजादी की गाथा, <br />बन गयी बधशाला <br />हर पंक्ति बेजोड़ <br />हर दिल की धड़कन <br />बन जाएगी ये बध शाला मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-75339616107733827352013-01-17T03:44:16.969-08:002013-01-17T03:44:16.969-08:00खोल रही एक-एक करके, मस्तिष्क का बन्द ताला
बहुत कुछ...खोल रही एक-एक करके, मस्तिष्क का बन्द ताला<br />बहुत कुछ रिमाइंड करती, ये "आशीष" की बधशाला...<br />Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-47272011909311952442013-01-17T02:35:58.184-08:002013-01-17T02:35:58.184-08:00बहुत ही सुन्दर जी यह वधशाला बहुत ही सुन्दर जी यह वधशाला रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-26668688840677066912013-01-17T01:55:35.747-08:002013-01-17T01:55:35.747-08:00स्वतंत्रता संग्राम के नाम रही यह बधशाला.
बहुत मजा ...स्वतंत्रता संग्राम के नाम रही यह बधशाला.<br />बहुत मजा आता है यह पढ़ने में और अपने इतिहास की जानकारी भी मिलती है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-69124680042964528772013-01-17T01:43:42.878-08:002013-01-17T01:43:42.878-08:00ये आज़ादी की कथा की अनोखी है ...बधशाला
ये आज़ादी की कथा की अनोखी है ...बधशाला<br /><br />Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.com