tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post7353136525400808703..comments2023-10-11T05:05:14.272-07:00Comments on युग दृष्टि: ओ दशकन्धरashishhttp://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-9216000339314487022012-03-10T20:28:58.174-08:002012-03-10T20:28:58.174-08:00कह रहा जलकर रावण, इस पुतले को जलाने से क्या पाया त...कह रहा जलकर रावण, इस पुतले को जलाने से क्या पाया तुमने।<br />तुम्हारे समाज में जो हैं व्याप्त जिन्दा, उन्हें क्या जलाया तुमने? <br />हर साल जलाते हो, इस बार भी बस वही रस्म निभाया तुमने।<br /><br />बहुत सुंदर सत्य पर आधारित कविता पढ़वाने का धन्यवाद !!इस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-23376217628582370072012-01-28T02:56:16.840-08:002012-01-28T02:56:16.840-08:00हर साल जलाया जाता, एक अक्षम्य अपराध की खातिर
रोज...हर साल जलाया जाता, एक अक्षम्य अपराध की खातिर <br />रोज सीता हरण होता है, अगण्य दसकंधर से हम गए घिर <br />मुखाग्नि उसको देता, बन मुख्य अतिथि, नव-रावण शातिर<br />यही यथार्थ है ,भारतीय जन जीवन का सार है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-15686407906384472712012-01-09T09:22:25.851-08:002012-01-09T09:22:25.851-08:00bahut sundar sandesh deti Kavita ..bahut sundar .....bahut sundar sandesh deti Kavita ..bahut sundar ... Navvarsh par shubhkaamnayen..डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-30046207922465515822011-12-30T21:41:26.072-08:002011-12-30T21:41:26.072-08:00बहुत सुन्दर रचना , सादर .
नूतन वर्ष की मंगल कामना...बहुत सुन्दर रचना , सादर .<br /><br />नूतन वर्ष की मंगल कामनाओं के साथ मेरे ब्लॉग "meri kavitayen " पर आप सस्नेह/ सादर आमंत्रित हैं.S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-78410602819253132562011-12-28T08:29:25.497-08:002011-12-28T08:29:25.497-08:00आशीष जी नमस्कार ..रचना की प्रतीक्षा तो है ही ..
आप...आशीष जी नमस्कार ..रचना की प्रतीक्षा तो है ही ..<br />आपके कुशल क्षेम की प्रभु से प्रार्थना है और आपको सपरिवार नव वर्ष की शुभकामनायें...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-37010302252591794762011-11-10T09:45:10.112-08:002011-11-10T09:45:10.112-08:00बढिया है.बढिया है.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-66844329896060999842011-11-01T05:04:19.665-07:002011-11-01T05:04:19.665-07:00सही सवाल उठाया है रावण के पुतले ने, आपके शब्दों मे...सही सवाल उठाया है रावण के पुतले ने, आपके शब्दों में।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-12090291478021843232011-10-24T23:18:12.320-07:002011-10-24T23:18:12.320-07:00पञ्च दिवसीय दीपोत्सव पर आप को हार्दिक शुभकामनाएं !...पञ्च दिवसीय दीपोत्सव पर आप को हार्दिक शुभकामनाएं ! ईश्वर आपको और आपके कुटुंब को संपन्न व स्वस्थ रखें !<br />***************************************************<br /> <br />"आइये प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाएं, पटाखे ना चलायें"Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-38138429123398006542011-10-23T09:38:41.608-07:002011-10-23T09:38:41.608-07:00स्त्री-हरण अधर्म है, दशानन स्वयं को समझा न सका ......स्त्री-हरण अधर्म है, दशानन स्वयं को समझा न सका ....<br /><br />प्रेम रोग ही ऐसा है, ......:))<br /><br />haan रस्म और अग्नि स्त्रीलिंग shbd हैं ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-78491843494139611732011-10-20T06:43:57.704-07:002011-10-20T06:43:57.704-07:00बढ़िया रचना ....
शुभकामनायें आपको !बढ़िया रचना ....<br />शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-65785766660868510262011-10-19T22:46:41.252-07:002011-10-19T22:46:41.252-07:00रचना की प्रतीक्षा है.रचना की प्रतीक्षा है.Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-38949052547960671182011-10-18T07:34:41.081-07:002011-10-18T07:34:41.081-07:00सच हियो रस्म निभाने की बजाये अगर दिल से उसे जलाया ...सच हियो रस्म निभाने की बजाये अगर दिल से उसे जलाया होता तो बात ही क्या होती ... प्रश्न उठाती रचना ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-4911231256723260682011-10-14T09:43:00.558-07:002011-10-14T09:43:00.558-07:00कुछ ज्वलन्त प्रश्नों को पूछती बेहद खूबसूरत कविता ....कुछ ज्वलन्त प्रश्नों को पूछती बेहद खूबसूरत कविता ......निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-72271402675194967742011-10-10T10:59:59.598-07:002011-10-10T10:59:59.598-07:00"आज रावण को रावण जलाते ,
बुराई पर वो विजय पात..."आज रावण को रावण जलाते ,<br />बुराई पर वो विजय पाते"<br /><br />बहुत कुछ सोचने के लिये है , मगर अफसोस हम बुराइयों पर पर्दा डाल कर बस रावण के प्रतीक को भस्म करके अपनी झूठी विजय पर ही खुश हो लेते है ।palashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-24145225766460362982011-10-08T21:26:33.557-07:002011-10-08T21:26:33.557-07:00कह रहा जलकर रावण, इस पुतले को जलाने से क्या पाया त...कह रहा जलकर रावण, इस पुतले को जलाने से क्या पाया तुमने।<br />तुम्हारे समाज में जो हैं व्याप्त जिन्दा, उन्हें क्या जलाया तुमने ?<br /><br />कविता का संदेश विचारणीय है।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-36660260959143868302011-10-08T05:37:23.253-07:002011-10-08T05:37:23.253-07:00man mei base or samaj mei khule ghum rahe ravan ko...man mei base or samaj mei khule ghum rahe ravan ko koun marega????????????Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-63854243251866593302011-10-07T20:11:01.908-07:002011-10-07T20:11:01.908-07:00क्या जलवेदार कविता है। जय हो!क्या जलवेदार कविता है। जय हो!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-13118917418354421832011-10-07T07:30:59.400-07:002011-10-07T07:30:59.400-07:00कह रहा जलकर रावण, इस पुतले को जलाने से क्या पाया त...कह रहा जलकर रावण, इस पुतले को जलाने से क्या पाया तुमने।<br />तुम्हारे समाज में जो हैं व्याप्त जिन्दा, उन्हें क्या जलाया तुमने? <br />हर साल जलाते हो, इस बार भी बस वही रस्म निभाया तुमने।<br /><br /><br /><br />यथार्थ का काव्यमय सुन्दर वैचारिक प्रस्तुतिकरण...Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-47937737027566453492011-10-07T00:27:41.789-07:002011-10-07T00:27:41.789-07:00man ka ravan hi marna hai ...
sarthak sandesh .......man ka ravan hi marna hai ...<br />sarthak sandesh ....Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-2486206895916477582011-10-07T00:19:09.880-07:002011-10-07T00:19:09.880-07:00रावण सबके अंतस्थल मे है उसे निकाल फेकना ही असली वि...रावण सबके अंतस्थल मे है उसे निकाल फेकना ही असली विजय दशमी हैPAWAN VIJAYhttps://www.blogger.com/profile/14648578581549077487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-24787353707645377752011-10-06T22:37:34.540-07:002011-10-06T22:37:34.540-07:00निज नाभि अमृत होकर भी, जो अमरत्व न पा सका
राम अन...निज नाभि अमृत होकर भी, जो अमरत्व न पा सका <br />राम अनुज को नीति बता, भी नीतिवान न कहला सका <br />स्त्री-हरण अधर्म है, दशानन स्वयं को समझा न सका .<br /><br />avismarneeya, manmohak prastuti.Dr.Sushila Guptahttps://www.blogger.com/profile/04450307347493420306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-44805087428684201552011-10-06T21:34:32.551-07:002011-10-06T21:34:32.551-07:00लकीर पीट-पीट कर फ़कीर होना हमारी प्रवृति हो गयी है....लकीर पीट-पीट कर फ़कीर होना हमारी प्रवृति हो गयी है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-84261487378310545102011-10-06T21:05:26.500-07:002011-10-06T21:05:26.500-07:00विजयादशमी पर आपको भी सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं.विजयादशमी पर आपको भी सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-81593656448020581662011-10-06T19:54:01.196-07:002011-10-06T19:54:01.196-07:00इस विषय में कविता लिखने बैठा तो मेरे मन में भी यही...इस विषय में कविता लिखने बैठा तो मेरे मन में भी यही सब भाव जगे..फिर न जाने क्या हुआ कि नहीं लिख पाया।<br />आपने लिखा आपको बधाई।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-62809108900159198952011-10-06T11:06:12.477-07:002011-10-06T11:06:12.477-07:00विचारणीय भाव लिए बेहतरीन रचना ...विचारणीय भाव लिए बेहतरीन रचना ... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.com