tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post6910099436743849816..comments2023-10-11T05:05:14.272-07:00Comments on युग दृष्टि: दिल के झरोखें सेashishhttp://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-49891765565624905342011-05-12T04:57:58.998-07:002011-05-12T04:57:58.998-07:00सुन्दर/सार्थक अभिव्यक्तिसुन्दर/सार्थक अभिव्यक्तिAmrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-87659508573620107722011-04-13T02:29:04.182-07:002011-04-13T02:29:04.182-07:00prasaad ji ki "biti vibhavari, jaag ri!"...prasaad ji ki "biti vibhavari, jaag ri!" ka smaran ho aaya....sundar!!<br /><br />:)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-37522228454136972742011-03-25T22:58:11.951-07:002011-03-25T22:58:11.951-07:00प्रकृति के मनोहारी रूपों का बहुत सजगता से चित्रण क...प्रकृति के मनोहारी रूपों का बहुत सजगता से चित्रण किया है आपनेसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-80046466107070982722011-03-21T21:34:20.338-07:002011-03-21T21:34:20.338-07:00शाद्वल सा कुछ स्फुटित हुआ
जीवन पथ के उष्ण शैलों...शाद्वल सा कुछ स्फुटित हुआ <br /> जीवन पथ के उष्ण शैलों पर <br />श्यामल तृण सा पनप उठा <br />जीवन गगरी जो खाली थी <br />अश्रु- घाट बन गया था तन <br />विस्मृत सपने फिर सजीव हुए <br /><br />बहुत ही अच्छा लगता है प्रकृति के मनोहारी रूपों का बहुत सजगता से चित्रण और सकारात्मकता वाले भावों को सुन्दर शब्द संयोजन से सजे देखना. होली की ढेरो शुभकामनायें.Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-75238872005217560502011-03-21T01:22:16.282-07:002011-03-21T01:22:16.282-07:00होली की ढेरो शुभकामनायें !होली की ढेरो शुभकामनायें !Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-63052123995635035872011-03-20T04:01:56.746-07:002011-03-20T04:01:56.746-07:00आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मं...आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-35629799817723629092011-03-19T11:00:48.334-07:002011-03-19T11:00:48.334-07:00बहुत ही सुन्दर शब्द रचना ......
आपको रंगपर्व होली...बहुत ही सुन्दर शब्द रचना ......<br /><br />आपको रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-43360917303467115692011-03-19T00:10:01.685-07:002011-03-19T00:10:01.685-07:00बहुत सुन्दर कविता ! उम्दा प्रस्तुती! ! बधाई!
आपको...बहुत सुन्दर कविता ! उम्दा प्रस्तुती! ! बधाई!<br />आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-65202304426746491632011-03-18T21:46:44.512-07:002011-03-18T21:46:44.512-07:00shukariyaa .....
aap bhi OBO ke sadasy baniye n k...shukariyaa .....<br /><br />aap bhi OBO ke sadasy baniye n khoob rang jamta hai wahaan ......हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-16438964310384705352011-03-18T06:18:20.978-07:002011-03-18T06:18:20.978-07:00क्या बात है क्या बात है ...अच्छा लगता है सकारात्मक...क्या बात है क्या बात है ...अच्छा लगता है सकारात्मकता वाले भावों को सुन्दर शब्द संयोजन से सजे देखना.<br />ये भाव ये सामर्थ्य बनी रहे ..हेर सारी शुभकामनाएं.इस रंग विरंगी होली कीshikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-33077913037224778512011-03-17T12:01:09.220-07:002011-03-17T12:01:09.220-07:00अश्रु- घाट बन गया था तन
विस्मृत सपने फिर सजीव हुए
...अश्रु- घाट बन गया था तन<br />विस्मृत सपने फिर सजीव हुए<br />दिख रहे जुगनू लघु हीरक कण<br />खिड़की से गोचर नव नभ कानन <br /><br />भावनाओं का बहुत सुंदर चित्रण . ...बधाई.Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-46009480304038210032011-03-15T09:41:45.896-07:002011-03-15T09:41:45.896-07:00प्रकृति के मनोहारी रूपों का बहुत सजगता से चित्रण क...प्रकृति के मनोहारी रूपों का बहुत सजगता से चित्रण किया है आपने ...थोडा सा गद्य भी झलकता है आपकी कविता में लेकिन भाव में बाधक नहीं ...आपका आभार मेरे ब्लॉग पर आकर उत्साहवर्धन के लिएकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-88399652111927917262011-03-14T19:59:29.005-07:002011-03-14T19:59:29.005-07:00प्रकृति ने इतने मनोहारी रूप दिखाये तो अवसाद तो छंट...प्रकृति ने इतने मनोहारी रूप दिखाये तो अवसाद तो छंटना ही था !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-16590314487800858372011-03-14T18:49:47.645-07:002011-03-14T18:49:47.645-07:00सुन्दर शब्दावली, प्राकृतिक बिम्बों का कुशल प्रयोग ...सुन्दर शब्दावली, प्राकृतिक बिम्बों का कुशल प्रयोग और भावों की सकारात्मकता ने रचना को बेजोड़ बना दिया है ! इतनी सुन्दर प्रस्तुति के लिये बधाई एवं शुभकामनायें !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-39267974395979952582011-03-14T08:49:07.555-07:002011-03-14T08:49:07.555-07:00चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति...चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 15 -03 - 2011<br />को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..<br /><br />http://charchamanch.uchcharan.com/संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-14393919576731715102011-03-14T03:59:58.965-07:002011-03-14T03:59:58.965-07:00सुंदर छन्द बद्ध ... लय मे बँधी ... सुंदर शब्दों स...सुंदर छन्द बद्ध ... लय मे बँधी ... सुंदर शब्दों से सजित रचना ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-2482972145273658322011-03-14T02:49:12.009-07:002011-03-14T02:49:12.009-07:00मनोज भैया और पलाश जी के शब्द दर शब्द मेरे मान लें....मनोज भैया और पलाश जी के शब्द दर शब्द मेरे मान लें......<br /><br />अद्वितीय लेखनी है आपकी...ब्लॉग जगत में ऐसा बहुत नहीं मिलता पढने को...<br /><br />हमारा सौभाग्य है कि आपका लेखन हमें पढने को सुलभ हुआ है...<br /><br />बहुत बहुत आभार..रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-73258046673453006162011-03-13T12:05:06.360-07:002011-03-13T12:05:06.360-07:00सुबह की बेला का सजीव चित्रण साढ़े हुए शब्दों में बह...सुबह की बेला का सजीव चित्रण साढ़े हुए शब्दों में बहुत अच्छा लगा. सुंदर कविता.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-82002626511339425052011-03-12T20:22:00.533-08:002011-03-12T20:22:00.533-08:00जीवन पथ के उष्ण शैलों पर
श्यामल तृण सा पनप उठा
...जीवन पथ के उष्ण शैलों पर <br />श्यामल तृण सा पनप उठा <br />जीवन गगरी जो खाली थी <br />अश्रु-घाट बन गया था तन <br />विस्मृत सपने फिर सजीव हुए <br />दिख रहे जुगनू लघु हीरक कण <br /><br />‘तमसो मा ज्योतिर्गमय‘ को प्रतिबिम्बित करती सुगढ़ कविता।<br />तत्सम शब्दों का कुशल प्रयोग करने में सिद्धहस्त हैं आप।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-43303571036467414192011-03-12T10:37:34.885-08:002011-03-12T10:37:34.885-08:00आशीष जी,
बहुत अच्छा लिखा है आपने। कुछ प्रांजलता का...आशीष जी,<br />बहुत अच्छा लिखा है आपने। कुछ प्रांजलता का अभाव लगा और साथ ही भाव-भूमि में थोड़ा विखराव सा लगा। लेकिन आपमें काव्य-सृजन की प्रतिभा है। आभारआचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-62751217664457470662011-03-12T09:29:18.462-08:002011-03-12T09:29:18.462-08:00बहुत सुंदर कविता.बहुत सुंदर कविता.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-6007278928484066462011-03-12T07:44:09.985-08:002011-03-12T07:44:09.985-08:00फैला आलोक तिमिर छितराया ...
बधाई इस आलोक की ........फैला आलोक तिमिर छितराया ...<br /><br />बधाई इस आलोक की .....<br /><br />कविता तो बेमिसाल है ही .....<br />अद्भुत प्रतिभा है आपमें ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-26497733625258890732011-03-12T01:07:01.444-08:002011-03-12T01:07:01.444-08:00उस दूर क्षितिज में मंथर विचरता
राका का मधु छलकाता ...उस दूर क्षितिज में मंथर विचरता<br />राका का मधु छलकाता आनन<br />प्रखर चांदनी में विसर रहा मन का अवसाद<br />सुरभि लहरियों का आलिंगन<br />कामना स्रोत जगाती है<br />मन मयूर अह्वलादित, छंट गए प्रमाद .<br /><br />Excellent creation .<br /><br />Very inspiring lines...<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-65517468341658959282011-03-11T21:06:25.053-08:002011-03-11T21:06:25.053-08:00शब्द और भाव साथ साथ थिरकें -तथास्तु !शब्द और भाव साथ साथ थिरकें -तथास्तु !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-68263164203874336132011-03-11T19:50:52.245-08:002011-03-11T19:50:52.245-08:00बढ़िया शब्द सामर्थ्य ...शुभकामनायें आपको !!बढ़िया शब्द सामर्थ्य ...शुभकामनायें आपको !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.com