tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post6000938839804681613..comments2023-10-11T05:05:14.272-07:00Comments on युग दृष्टि: नव जीवनपथashishhttp://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-43543588674514499202011-01-04T23:53:24.240-08:002011-01-04T23:53:24.240-08:00आकुल-अंतर अगर न होता, मै कैसे निरंतर चल पाता,
चिर-...आकुल-अंतर अगर न होता, मै कैसे निरंतर चल पाता,<br />चिर-तृप्ति अगर हो अंतर्मन में, चलने का उत्प्रेरण खो जाता<br /><br />मै निकल पड़ा हूँ घर से , सम्मुख चलता पथ का प्रमाद <br />जो मिले सफ़र में छूट गए,पर साथ चल रही उनकी याद <br /><br />शब्दों और भावों का सुंदर समन्वय. आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष मंगलमय होरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-91875272329126244622011-01-04T03:38:25.145-08:002011-01-04T03:38:25.145-08:00आशीष भाई, आज दुबारा आपकी रचना पढी, और कमेंट किये ब...आशीष भाई, आज दुबारा आपकी रचना पढी, और कमेंट किये बिना न रह सका। सचमुच बहुत सुंदर हैं आपके भाव। हार्दिक बधाई।<br /><br />---------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">मिल गया खुशियों का ठिकाना। </a> <br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">वैज्ञानिक पद्धति किसे कहते हैं?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-21211547017598745062011-01-04T01:55:27.384-08:002011-01-04T01:55:27.384-08:00आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ ऐसा महसूस हुआ ...आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ ऐसा महसूस हुआ कि तालाब के किनारे किसी वट वृक्ष की छाँव पर बैठा हूँ सुंदर आकृति के शब्द फूलों से सजी फुलवारी के दर्शन कर रहा हूँ .गिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-54851760688974701812011-01-03T19:19:47.849-08:002011-01-03T19:19:47.849-08:00अच्छे शब्दों के चयन के लिए बधाई ! बहुत सुंदरअच्छे शब्दों के चयन के लिए बधाई ! बहुत सुंदरSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-32247343335870954202011-01-03T06:09:56.543-08:002011-01-03T06:09:56.543-08:00मै निकल पड़ा हूँ घर से , सम्मुख चलता पथ का प्रमाद...मै निकल पड़ा हूँ घर से , सम्मुख चलता पथ का प्रमाद <br /> जो मिले सफ़र में छूट गए,पर साथ चल रही उनकी याद <br />सुंदर रचना....वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-68820017858707188212011-01-03T03:11:59.668-08:002011-01-03T03:11:59.668-08:00२०१० की यादों को छांट छांट कर निकाला है आपने ....२०१० की यादों को छांट छांट कर निकाला है आपने ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-60410516164226929572011-01-03T03:10:53.139-08:002011-01-03T03:10:53.139-08:00शत शत काँटों में उलझकर,उत्तरीय हो गए क्षत छिन्न ...शत शत काँटों में उलझकर,उत्तरीय हो गए क्षत छिन्न <br />कदम बढ़ रहे सतत , काल के कपाल पर देखने को पदचिन्ह..<br /><br />प्रेरणा देते शब्द ... लाजवाब अभिव्यक्ति है ....<br />आशीष जी ...आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष मंगलमय हो ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-71961407424416109092011-01-02T22:11:17.934-08:002011-01-02T22:11:17.934-08:00http://urvija.parikalpnaa.com/2011/01/blog-post_03...http://urvija.parikalpnaa.com/2011/01/blog-post_03.html<br /><br />aapki rachna haiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-46755112641259070592011-01-02T19:20:12.832-08:002011-01-02T19:20:12.832-08:00बहुत सुन्दर कविता !
आशीष जी, आपको और आपके परिवार क...बहुत सुन्दर कविता !<br />आशीष जी, आपको और आपके परिवार को नए साल कि बहुत बहुत शुभकामनायें ! ये साल आपके लिए आनंदमय और सुखदायी रहे !Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-46313516031007135652011-01-01T00:01:44.371-08:002011-01-01T00:01:44.371-08:00काव्य कला की सुंदर प्रस्तुति .....
शब्दों का अद्भु...काव्य कला की सुंदर प्रस्तुति .....<br />शब्दों का अद्भुत संचय है आपके पास .....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-72945586830371107842010-12-31T20:26:02.930-08:002010-12-31T20:26:02.930-08:00शत शत काँटों में उलझकर,उत्तरीय हो गए क्षत छिन्न
...शत शत काँटों में उलझकर,उत्तरीय हो गए क्षत छिन्न<br />कदम बढ़ रहे सतत , काल के कपाल पर देखने को पदचिन्ह .<br />बहुत खूब <br />xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx<br />आपको नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायेंकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-5522425798032386072010-12-31T07:15:55.402-08:002010-12-31T07:15:55.402-08:00अनगिन आशीषों के आलोकवृ्त में
तय हो सफ़र इस नए बरस ...अनगिन आशीषों के आलोकवृ्त में <br />तय हो सफ़र इस नए बरस का <br />प्रभु के अनुग्रह के परिमल से <br />सुवासित हो हर पल जीवन का<br />मंगलमय कल्याणकारी नव वर्ष <br />करे आशीष वृ्ष्टि सुख समृद्धि <br />शांति उल्लास की <br />आप पर और आपके प्रियजनो पर.<br /><br />आप को सपरिवार नव वर्ष २०११ की ढेरों शुभकामनाएं.<br />सादर, <br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-65406756556831345812010-12-31T03:55:26.433-08:002010-12-31T03:55:26.433-08:00नव वर्ष 2011
आपके एवं आपके परिवार के लिए
सुखकर, स...नव वर्ष 2011<br />आपके एवं आपके परिवार के लिए <br />सुखकर, समृद्धिशाली एवं<br />मंगलकारी हो...<br />।।शुभकामनाएं।।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-28828644152712661832010-12-30T05:59:06.413-08:002010-12-30T05:59:06.413-08:00तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी
डगमग ...तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी<br />डगमग में गति भर देते विश्वास ह्रदय का अणु भर भी<br /><br />लेखन गतिमान रहे...<br /><br />आभारAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-44691365918686231512010-12-29T02:03:27.499-08:002010-12-29T02:03:27.499-08:00तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी
डगमग ...तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी<br />डगमग में गति भर देते विश्वास ह्रदय का अणु भर भी<br /><br />हर शब्द में बहुत गहरी बात झलक रही है , इतने गहरे भावों कि अभिव्यक्ति के लिए आभार .रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-85959356393168289482010-12-28T23:54:02.707-08:002010-12-28T23:54:02.707-08:00ऐसी भाषा बहुत कम ही प्रयुक्त होती दीखती है आज हिन्...ऐसी भाषा बहुत कम ही प्रयुक्त होती दीखती है आज हिन्दी ब्लोगिंग में..इसलिए रचना के भाव और शब्द सौन्दर्य ने आह्लादित कर दिया है...<br /><br />आपकी लेखनी सदा उन्नत रहे,ऐसे ही रचती रहे ,यही शुभकामना है...<br /><br />बहुत बहुत बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने ,जैसे मनोहारी भाव हैं,वैसे ही प्रवाह और शब्द योजना भी..रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-38511697846435685932010-12-28T10:28:25.311-08:002010-12-28T10:28:25.311-08:00तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी
डगमग...तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी <br />डगमग में गति भर देते विश्वास ह्रदय का अणु भर भी<br /><br />आशा का उजास फ़ैलाती खूबसूरत प्रस्तुति.<br />सादर <br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-42486424253555942352010-12-28T03:49:45.086-08:002010-12-28T03:49:45.086-08:00सुन्दर रचना!सुन्दर रचना!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-72578592090466426712010-12-28T02:06:02.591-08:002010-12-28T02:06:02.591-08:00कदम बढ़ रहे सतत , काल के कपाल पर देखने को पदचिन्ह...कदम बढ़ रहे सतत , काल के कपाल पर देखने को पदचिन्ह .<br /><br />बहुत सुंदर कृति-<br />शुभकामनाएंAnupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-32714496243438749252010-12-27T22:00:45.651-08:002010-12-27T22:00:45.651-08:00तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी
डगमग...तमिस्रमय जीवन पथ पर , तम हरती एक लघु किरण भी <br />डगमग में गति भर देते विश्वास ह्रदय का अणु भर भी<br />behad sunder.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-13975517636195840102010-12-27T18:31:03.111-08:002010-12-27T18:31:03.111-08:00आकुल- अंतर अगर न होता, मै कैसे निरंतर चल पाता .....आकुल- अंतर अगर न होता, मै कैसे निरंतर चल पाता ...<br />अंतर की आकुलता ही सृजन की नींव है ...<br />वेदना , वेदना को पार पाने का सन्देश सब है इस प्रेरक रचना में ..<br />आभार !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-33197640674249326292010-12-27T06:42:45.989-08:002010-12-27T06:42:45.989-08:00चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना कल म...चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना कल मंगलवार 28 -12 -2010 <br />को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..<br /><br /><br />http://charchamanch.uchcharan.com/संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-23289467129429056912010-12-27T02:38:38.650-08:002010-12-27T02:38:38.650-08:00आशीष भाई, आपकी रचना में एक अजब सा आकर्षण है। ऐसी अ...आशीष भाई, आपकी रचना में एक अजब सा आकर्षण है। ऐसी अनोखी रचनाएं बहुत कम पढने को मिलती हैं।<br /><br />---------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">अंधविश्वासी तथा मूर्ख में फर्क। </a> <br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">मासिक धर्म : एक कुदरती प्रक्रिया।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-54836506649706150862010-12-26T20:03:32.726-08:002010-12-26T20:03:32.726-08:00आपकी कविताए हमेशा मुझे छायावादी युग की याद कराती ह...आपकी कविताए हमेशा मुझे छायावादी युग की याद कराती है <br />शब्द संयोजन और बिम्ब काबिल ए तारीफ हैPAWAN VIJAYhttps://www.blogger.com/profile/14648578581549077487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1519412473588202252.post-53188298500053326942010-12-26T06:41:24.384-08:002010-12-26T06:41:24.384-08:00bahot khoobsurat.bahot khoobsurat.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.com